अशोकारिष्ट
संतुलित करने का काम करती है. यह शरीर से खतरनाक टॉक्सिन को बाहर निकालकर यूट्रस की कार्यप्रणाली को ठीक करने में मदद करती है. मुख्य रूप से यह दवा गर्भाशय की लाइनिंग यानी एंडोमेट्रियम को सही करने का काम करती है,
ताकि गर्भ ठहरने में किसी तरह की परेशानी न आए.
कंचनार गुग्गुल
साथ ही अगर किसी तरह का हार्मोन असंतुलन है, तो वह भी ठीक हो सकता है और गर्भवती होने के लिए इन दोनों चीजों का सही होना जरूरी है. यह सिस्ट के साइज को भी कम करता है, फॉलिक्यूलर के विकास में भी मदद करता है, ताकि अधिक अंडों का निर्माण हो सके. इसके अलावा, ये
दवा
पुष्यानुग चूर्ण
यह चूर्ण योनि दोष पर काम करता है. इस चूर्ण को लेने से यूट्रस में आए किसी भी प्रकार के डिसऑर्डर को ठीक किया जाता है, ताकि यूट्रस तक आसानी से पहुंच सकें और गर्भ ठहरने की संभावना बढ़ सके.
कुमारी असावा
यह देसी दवा ओवेरियन डिस्फंक्शन को ठीक करने के काम आती है. यह मासिक धर्म को नियमित करने के साथ-साथ जननांग अंगों में रक्त को प्रवाह को बेहतर करती है. इससे महिला के गर्भवती होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
फल घृत
फल घृत को , मुस्ता, हरिद्रा और को गाय के देसी घी में मिक्स करके तैयार किया जाता है. इसमें 13 अन्य भी मिलाई जाती हैं, इसके बाद ही इस देसी दवा का इस्तेमाल गर्भ ठहरने के इलाज के तौर पर किया जाता है. इस संबंध में हुए शोध के अनुसार, इस
दवा को खास डिजाइन किए गए वस्ती यंत्र द्वारा तीन महीने तक कुल 9 दिन तक लगाने के लिए कहा जाता है. इस प्रक्रिया को उत्तरा बस्ती कहा जाता है. इस प्रक्रिया के दौरान महिला पर नजर रखी जाती है.